किसान आंदोलन से बंगाल चुनाव पर नही पड़ेगा कोई असर-प्रवीण राठौर
किसान आंदोलन से बंगाल चुनाव पर नही पड़ेगा कोई असर-प्रवीण राठौर
सहारनपुर/उत्तर प्रदेश: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। एक ओर जहां किसान बिलों को वापस लेने की मांग पर अडे है तो वही सरकार भी कानूनों को वापस लेने को तैयार नही है यानी दोनों के बीच कृषि कानूनों को लेकर रार जारी है। इसी बीच सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे किसान नेता राकेश टिकैत चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में आंदोलन को धार देने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बंगाल चुनाव पर भी किसान आंदोलन का असर दिखेगा?
युवा गुर्जर महासभा के प्रवीण राठौर का कहना है कि किसान आंदोलन का बंगाल चुनाव में भाजपा पर कोई बुरा प्रभाव नही पड़ेगा। बंगाल की जनता यह जान चुकी है कि किसान आंदोलन की आड़ में राजीनीति की जा रही है। कृषि कानून किसानों के हित मे हैं। रही बात किसान आंदोलन को मोहरा बनाने वाले नेताओं की तो वो भाजपा की छवि को नुकसान नही पहुँचा पाएंगे और ममता बनर्जी को इस आंदोलन का कोई लाभ नही मिलेगा। गौर करने वाली बात यह भी है किसानों के हित की बात करने वाली ममता ने आज तक किसानो के लिए क्या किया है और अब चुनाव के वक्त उन्हें किसान नजर आ रहे हैं।
प्रवीण राठौर का मानना है कि वो भी एक किसान के बेटे हैं और किसानों की पीड़ा को बखूबी जानते हैं लेकिन बात अगर कृषि कानूनों की करे तो ये कानून किसानो के हित में ही हैं, इनसे किसानो को कोई नुकसान नही है। कुछ लोग हैं जो किसान आंदोलन के नाम पर भोले भाले किसानो को गुमराह कर अपना राजनीतिक लाभ सिद्ध करना चाह रहे हैं। किसान आंदोलन की आड़ में देश मे डर और गलतफहमी का मौहोल बनाना चाहते हैं। किसान आंदोलन को हवा देने वाले तथाकथित किसान नेता बंगाल चुनाव में भाजपा के लिए दुसप्रचार कर ममता बनर्जी को जिताने की सोच रहें हैं लेकिन उनके मंसूबो का बंगाल चुनाव पर कोई असर नही होगा।
रिपोर्ट-अवनीश
News 10 भारत


कोई टिप्पणी नहीं